जम्मू कश्मीर: सुनील डिंपल ने रैली निकालकर अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों से बड़ी संख्या में जम्मू-कश्मीर आने की अपील की।
डिंपल ने प्रधानमंत्री मोदी से पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए दिल्ली, जम्मू, कटरा से कश्मीर तक तत्काल ट्रेन सेवा शुरू करने की मांग की।
मिशन स्टेटहुड के अध्यक्ष सुनील डिंपल ने जानीपुर हाईकोर्ट रोड पर बड़ी संख्या में व्यापारियों के साथ मिलकर अमरनाथ यात्रा के लिए सभी राज्यों से बड़ी संख्या में जम्मू-कश्मीर आने की अपील और अभिनंदन के लिए एक प्रभावशाली रैली का आयोजन किया।
रैली में बैनर लेकर आए लोगों पर नारे लिखे थे, “अमरनाथ की यात्रा में आपका जम्मू कश्मीर में स्वागत है”। बम बम बोले, हर हर महादेव, भगवान शिव के नारे लगाए गए।
इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए सुनील डिम्पल ने अमरनाथ यात्रा के लिए सभी राज्यों से बड़ी संख्या में जम्मू कश्मीर आने की अपील की। डिम्पल ने पर्यटकों से भी अपील की और आश्वासन दिया कि वे सभी राज्यों से बड़ी संख्या में कश्मीर आएं। उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री व्यक्तिगत रूप से अमरनाथ यात्रा और घाटी में आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा की निगरानी कर रहे हैं। डिम्पल ने एलजी और मुख्यमंत्री से अमरनाथ यात्रा पंजीकरण को जुलाई तक जारी रखने की मांग की, क्योंकि युद्ध के कारण पंजीकरण बाधित हुआ है और कई तीर्थयात्रियों ने अपनी बुकिंग रद्द कर दी है। डिम्पल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए दिल्ली जम्मू और कटरा से कश्मीर तक ट्रेन सेवा शुरू करने की मांग की। डिम्पल ने एलजी मनोज सिन्हा से घाटी में लगाए गए पर्यटक स्थलों पर प्रतिबंध हटाने की अपील की। उन्होंने जम्मू-कश्मीर सरकार से कश्मीरी प्रवासियों की वापसी के लिए सुरक्षा व्यवस्था नीति का खुलासा करने को कहा। डिंपल ने कहा कि कई कश्मीरी पंडित घाटी में वापस जाने लगे हैं और कश्मीरी पंडित नेता उन्हें वापस घाटी ले जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब तक शांतिपूर्ण स्थिति बहाल नहीं हो जाती, कश्मीरी पंडितों को वापस नहीं भेजा जाना चाहिए। उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा?
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर खत्म होने तक कश्मीरी पंडितों को सुरक्षित स्थानों पर ही रहना चाहिए।
डिंपल ने गृह मंत्री से जम्मू कश्मीर के युवाओं के लिए विशेष वित्तीय और रोजगार पैकेज की घोषणा करने की मांग की।
डिंपल ने मॉक ड्रिल की बार-बार की जाने वाली घोषणाओं की कड़ी आलोचना की
उन्होंने आरोप लगाया कि मॉक ड्रिल के आह्वान से आम लोगों के मन में डर और दहशत पैदा होती है।
अन्य नेताओं में मोहन लाल, लोहरी शाहा, अरुण वर्मा, बाबू सिंह, पप्पू विरदी, बिल्लो पहलवान, केवल कुमार, शाम शर्मा और कई अन्य शामिल हैं।